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कुसमुंडा खदान में ट्रक चालकों ने तो एनटीपीसी में अधिकारियों के ड्राइवरों ने किया प्रदर्शन, केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कानून का किया गया विरोध

कोरबा (कोरबा वाणी)- औपनिवेशिक युग के आपराधिक कानूनों में बदलाव की वजह से हिट एंड रन मामलों में सजा बढ़ गई है, जिससे देश भर में ट्रक ड्राइवरों और बस ऑपरेटरों का विरोध शुरू हो गया है. चालक इस कानून को काला कानून बता रहे हैं जिसे वापस लेने की मांग को लेकर उनके द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है।

कोरबा के कुसमुंडा कोल परियोजना के भीतर भी नियोजित ठेका कंपनी नीलकंठ और गोदावरी के ट्रक चालकों ने काम बंद हड़ताल कर राष्ट्रव्यापी हड़ताल का समर्थन किया। वहीं NTPC पॉवर प्लांट में अधिकारियों की गाड़ी चलाने वाले ड्राइवरों ने भी हड़ताल का समर्थन करते केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। चालकों का कहना है,कि सरकार का नया कानून चालकों के हित में नहीं है लिहाजा इसे जल्द से वापस लिया जाए।

दरअसल नए कानून के तहत फरार और घातक दुर्घटना की सूचना न देने पर ड्राइवरों को 10 साल तक की जेल हो सकती है. इससे पहले,आईपीसी की धारा 304ए (लापरवाही से मौत) के तहत आरोपी को केवल दो साल तक की जेल हो सकती थी.