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एसईसीएल के दो-दिवसीय दौरे पर सोमवार को कोरबा पहुंचे केंद्रीय कोयला व खान राज्यमंत्री सतीश चंद्र दुबे, कहा – आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में कोयला उद्योग की भूमिका अहम

कोरबा (कोरबा वाणी) – भारत सरकार के केंद्रीय कोयला एवं खान राज्यमंत्री सतीश चन्द्र दुबे दो दिवसीय छत्तीसगढ़ प्रवास पर हैं। पहले दिन सोमवार को उनका प्रवास कोरबा जिला रहा। कोरबा प्रवास के दौरान उन्होने एसईसीएल के दीपका मेगाप्रोजेक्ट का दौरा किया।

एसईसीएल दीपका क्षेत्र पहुँचने पर उन्होने “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के अंतर्गत प्रगति हाउस में वृक्षारोपण किया। इसके बाद दीपका क्षेत्र में प्रस्तावित प्रवेश द्वार एवं सिक्योरिटी कॉम्प्लेक्स का शिलान्यास किया।

केंद्रीय कोयला एवम खान राज्यमंत्री सतीष दुबे दीपका व्यू पॉइंट भी पहुंचे जहाँ उन्होने खदान के उत्पादन, उत्पादकता और कार्यसंचालन की समीक्षा की तथा अधिकारियों से विस्तार से जानकारी प्राप्त की। क्षेत्र में कार्यरत उत्कृष्ट महिला कर्मियों सहित कई कर्मचारियों को सम्मानित कर उनका उत्साहवर्धन किया।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि,“आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में कोयला उद्योग की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में कोल सेक्टर ने अभूतपूर्व प्रगति की है। कभी जहां देश में कोयले की कमी की चर्चा होती थी, आज वहां बिजली संयंत्रों के पास पर्याप्‍त कोयला भंडार है और ऊर्जा उत्पादन निर्बाध चल रहा है। कोयला उत्पादन के साथ-साथ हरित खनन और पर्यावरण-संवेदनशीलता पर भी विशेष बल दिया जा रहा है। कोल इंडिया क्रिटिकल मिनरल्स के क्षेत्र में भी सक्रियता से कार्य कर रहा है। देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में एसईसीएल की भूमिका अत्यंत सराहनीय है, जो ऊर्जा उत्पादन के साथ-साथ सामाजिक सरोकारों में भी अग्रणी है। एसईसीएल की धड़कन’ जैसी मानवीय पहल इसका प्रमाण है।”

दौरे के दौरान एसईसीएल सीएमडी हरीश दुहन, निदेशक (तकनीकी – संचालन सह योजना/परियोजना) एन. फ्रैंकलिन जयकुमार, निदेशक (एचआर) बिरंची दास, निदेशक (वित्त) डी. सुनील कुमार, सीवीओ हिमांशु जैन, दीपका क्षेत्रीय महाप्रबंधक संजय कुमार मिश्रा एवं वरिष्ठ अधिकारीगण केंद्रीय कोयला एवम खान राज्य मंत्री के साथ रहे।

गौरतलब है की कोरबा प्रवास से पहले केंद्रीय कोयला एवम खान राज्य मंत्री सतीश दुबे रायपुर पहुंचे और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से सौजन्य भेंट कर राज्य में कोयला परियोजनाओं के विस्तार के लिए भू-अधिग्रहण एवं विस्थापन प्रक्रियाओं को तीव्र गति देने हेतु आवश्यक सहयोग पर चर्चा की।