लंबित रोजगार प्रकरण को लेकर एसईसीएल दीपका परियोजना के खिलाफ भूविस्थापितों का प्रदर्शन, कार्यालय के मुख्य द्वार को किया जाम
कोरबा (कोरबा वाणी) – लंबित रोजगार के अटके प्रकरण के जल्द निपटारे की मांग को लेकर पिछले कई महीनों से शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन कर रहे भूविस्थापितों ने आज सुबह से ही एसईसीएल दीपका कार्यालय के मुख्य द्वार को जाम कर दिया है। परिवार सहित धरने पर बैठे भूविस्थापितो ने इस दौरान एसईसीएल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कार्यालय के मुख्य द्वार को जाम करने की वजह से अधिकारी कर्मचारी भी जाम में फंस गए जिससे कामकाज प्रभावित हुआ। भूविस्थापितों के प्रदर्शन को देखते हुवे मौके पर काफी संख्या में सीआईएसएफ व पुलिस बल तैनात है।
दरअसल 1986 के लंबित रोजगार के प्रकरण को लेकर पिछले 11 सितंबर से भूविस्थापित शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन जब एसईसीएल दीपका परियोजना के प्रबंधन ने रुचि नही दिखाई तो भूविस्थापितों ने तालाबंदी की चेतावनी का ऐलान किया। बावजूद एसईसीएल प्रबंधन के कान पर जूं नहीं रेंगा। जिसका नतीजा आज एसईसीएल दीपका कार्यालय के मुख्य द्वार को जाम कर दिया गया है। भूविस्थापितों के आर या पार की रणनीति से सकते में आए प्रबंधन के अधिकारी के द्वारा भूविस्थापितों को समझाने का प्रयास भी किया गया लेकिन भूविस्थापित ग्रामीण अपने लंबित रोजगार प्रकरण को लेकर अड़े हुए हैं। भूविस्थापितों ने प्रबंधन को दो टूक कह दिया है कि लंबित रोजगार के प्रकरण का कार्य पूरा करें और सीधा प्रबंधन ज्वाइनिंग लेटर इशू करें।
प्रदर्शनकारियों ने मीडिया को बताया की 35 सालों से अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे है, जमीन के बदले नौकरी की मांग है जिसे एसईसीएल प्रबंधन पूरा करने के बजाए केवल आश्वासन देता है।