कोरबा न्यूज़

रेल कारीडोर :- मुआवजा और अन्य सुविधाओं के लिए रेल चक्का जाम ,चार घण्टे नही चल पायी ट्रेन,रेल चक्का जाम आश्वसन के बाद समाप्त ,पंडाल हटाने से इनकार,रेल प्रबन्धन ने मुआवजा के लिए एक माह का मांगा समय

दीपका/कोरबा(कोरबा वाणी)-बिलासपुर मंडल अंतर्गत गेवरा रोड कटघोरा होते हुए पेंड्रारोड़ तक नई रेल लाइन बिछाई जा रही है लगभग 135 किमी लम्बी दोहरी रेल लाइन बिछाई जा रही है । छत्तीसगढ़ ईस्ट वेस्ट रेल कॉरिडोर परियोजना में एसईसीएल की 64 प्रतिशत ,इरकान की 26 प्रतिशत व राज्य सरकार की 10 प्रतिशत की भागीदारी है । इस रेल कॉरिडोर से कोरबा जिले के चारो कोयला प्रक्षेत्र से कोयला परिवहन के साथ यात्री ट्रेनों का संचालन किया जाना है । इस रेल कारीडोर को दीपका से जोड़ने वाली रेल लाइन में दीपका की वार्ड 07 कृष्णानगर के 42 परिवार के लोग प्रभावित हो रहे हैं जिसमे से 16 लोंगो का मकान ,बाड़ी ,कुआं ,बोर पेड़ पौधे आदि प्रभावित हो रहा है | उक्त सभी प्रभावितों का परिसंपति का निर्माण मूल भूमि खसरा न० 416 के अलग अलग हिस्से में हुआ है जिसे वर्ष 1990 से लेकर 1996 के मध्य काश्तकार घसिया वल्द दाऊ की निजी हक भूमि से सभी व्यक्तियों के द्वारा आपसी इकरारनामा से क्रय किया गया था | और अपरिहार्य कारणों से रजिस्ट्री नहीं करवाया गया था जिसके कारण मुआवजा भुगतान को रोक दिया गया है |

उक्त भूमि एवं भूमि में बने मकान बाड़ी एवं अन्य सभी परिसम्पतियों का गेवरा पेंड्रा रेल कारीडोर में अर्जित कर लिए जाने के उपरान्त मौका जांच कर राजस्व विभाग के अधिकारियों पटवारी ,तहसीलदार द्वारा उपयुक्त कार्यवाही उपरान्त मुआवजा प्रदान करने का आश्वासन दिया गया था और इस बाबत जिला प्रशासन को कई बार प्रभावितों द्वारा आवेदन किया जा चूका है किन्तु आज पर्यन्त तक मुआवजा प्रदान नहीं किया गया है जिसके विरोध में विगत 5 अप्रेल से कृष्णा नगर प्रभावितो द्वारा ऊर्जाधानी संगठन के नेतृत्व में शांतिपूर्वक कार्यस्थल पर शांतिपूर्वक धरना दिया जा रहा है । आज अपने पूर्व घोषणा के अनुसार सुबह 8 बजे से दीपका गेवरा रोड के मध्य रेल पथ को जाम लगा कर प्रदर्शनकारी बैठ गए थे । दोपहर लगभग 12 बजे एरिया रेलवे मैनेजर प्रभात कुमार और दीपका तहसीलदार श्रीवास्तव , दर्री सीएसपी लितेश सिंह सहित अन्य अधिकारियों के साथ चर्चा में एवं डीआरएम बिलासपुर द्वारा एक माह में मुआवजा दिलाने के आश्वासन के बाद रेल जाम कर बैठे आंदोलनकारी रेल पथ छोड़ने के तैयार हुए । रेल कॉरिडोर के कारण प्रभावित 16 परिवारों के परिसम्पतियों का मुआवजा के साथ ही जमीन का मुआवजा 25 लाख रुपये एकड़ करने तथा रेल लाइन से चारो ओर से घिर जाने के कारण पूरे कृष्णा नगर स्थित 168 मकानों व जमीन का सम्पूर्ण अधिग्रहण की मांग की जा रही है ।

ऊर्जाधानी संगठन के अध्यक्ष सपूरन कुलदीप ने बताया है कि अपनी जायज मांगो को लेकर पिछले एक माह से आंदोलित प्रभावितो की मांगों को अनसुना करने के खिलाफ आंदोलन को उग्र करते हुए आज 5 मई को दीपका से गेवरा रोड के मध्य चलने वाली कोयला परिवहन ट्रेनों को सुबह से दोपहर तक बंद करा दिया गया था जिससे चार खेप ट्रेन परिचालन प्रभावित हुई । उन्होंने बताया है कि एक माह में मुआवजा का वितरण करने के आश्वासन के बाद जाम हटाया गया है पर मुआवजा और अन्य मांगों के मिलने तक धरना स्थल का पंडाल को नही हटाएंगे ।

प्रदर्शन में प्रमुख रूप से प्रकाश कोर्राम मनीराम भारती ललित महिलांगे उमा गोपाल सेद मसीह लाला साहू दिलीप मिश्रा चंद्रकांत डिक्सेना प्रकाश दास महंत महिपाल दीवान मुकेश यादव अजय महंत प्रियेश दीवान संतोष चौहान बसंत कुमार कंवर सुरेश महिलांगे फूलेन्द्र सिंह दयाराम सोनी सीमा देवी सोनी मीना थापा सरताज कुरैशी शिवलाल साहू विद्याधर अशोक साहू मोहम्मद इलाही राम अवतार सोनी बंसीलाल नाग अहिल्यादेवी शिवकुमारी गया बाई मीना देवी काशीनाथ शांति देवी गुरुवारी बाई मुन्नी सिंह दिपेश सोनी लखन सोनवानी तेजराम साहू पंपा साहू अंबिका साहू मुमताज इलाही शिवधारी विजय मेहता रेखा सोनी सरिता सोनी एवं सैकड़ों वार्डवासी शामिल थे ।

आंदोलन को देखते हुए सुबह 6 बजे से ही पुलिसबल ,आरपीएफ और सीआईएसएफ के जवान तैनात किए गए थे किंतु धरना स्थल पर अधिकारियों को चर्चा में उलझाए रखे और वहां से एक किमी दूर रेल की पटरी में बैठकर आंदोलन शुरू कर दिया गया था जिससे रेल यातायात प्रभावित हुआ ।