ऊर्जाधानी संगठन के लंबी लड़ाई के बाद मृतक रामचन्द्र के पत्नी को सहायता राशि का हुआ भुगतान,दीपका साइलो बैंकर से गिरने से हुई थी ठेका कामगार की मौत
दीपका/गेवरा(कोरबा वाणी)-विगत 20 दिसम्बर 2020 को एसईसीएल दीपका के साइलो बैंकर में नियोजित रॉयल कंट्रक्शन कंपनी के ठेका कामगार स्व. रामचन्द्र उर्रे की 125 फिट की ऊंचे बैंकर में काम करते समय गिरने से मौत हो गयी थी दुर्घटना के बाद मौके पर उपस्थित सहकर्मियों के साथ ऊर्जाधानी संगठन के पदाधिकारियों ने मृतक के परिजनों को मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को काम पर रखने की मांग करते हुए आंदोलन किया था । वहाँ मौके पर अनुविभागीय अधिकारी कटघोरा, क्षेत्रीय कार्मिक प्रबन्धक सहित अनेक लोंगो के बीच मध्यस्थता के बाद तत्काल 5 लाख रुपये परिजनों को दिया गया था तथा कम्पनी के प्रावधान के अनुसार 15 लाख ग्रुप इंश्यूरेंस और वर्कमैन कंपनसेशन एक्ट के तहत सहायता राशि 12 लाख 93 हजार ( कुल 27 लाख 93 हजार ) 1 माह में प्रदान करने की सहमति बनी थी ।
कुछ दिनों के अंतराल में एसईसीएल द्वारा वर्कमैन सहायता राशि प्रदान कर दी गयी किन्तु ग्रुप इन्स्युरेन्स की राशि के भुगतान के लिए रॉयल कंट्रक्शन कंपनी द्वारा कोर्ट की आदेश आने के बाद भुगतान करने की बात कही जा रही थी । जिसके विरोध में ऊर्जाधानी भुविस्थापित किसान कल्याण समिति के पदाधिकारियों ने अपने आंदोलन और वार्ताओं में लगातार मामले को उठाते रहे और अंततः एसईसीएल प्रबन्धन ने ठेका कंपनी के बिल भुगतान में कटौती करके बचे 15 लाख का भुगतान मृतक रामचन्द्र की पत्नी टिकैतीन बाई को कर दिया है ।
गौरतलब है एसईसीएल की हाई पावर कमेटी द्वारा निर्धारित मानदेय ठेका कम्पनियो द्वारा भुगतान नही किया जाता जिसको लेकर संगठन के द्वारा एसईसीएल प्रबन्धन को मुख्य नियोक्ता होने के कारण इसके लिए मांग कर रही है किंतु वाजिब मजदूरी , मेडिकल आई कार्ड जैसी मूलभूत सुविधाएं ठेका कामगारों को नही मिल पा रही है ।
प्रेषक
ललित महिलांगे
मीडिया प्रभारी
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