लोकपर्व हरेली कल, खेती-किसानी का कार्य बंद रखकर ग्रामीण कृषि औजारों की करेंगे पूजा
कोरबा(कोरबा वाणी)-सावन की अमावस्या को मनाया जाने वाला लोकपर्व हरेली इस बार 28 जुलाई को है, प्रदेश के लोकपर्व की शुरूआत भी इसी त्योहार से होती है ऐसे में ग्रामीण जन-जीवन में रचा-बसा होने से अंचलों में इस पर्व की धूम रहती है। प्रकृति के प्रति प्रेम व समर्पण का भाव दर्शाने वाली हरेली पर्व पर किसान खेती-किसानी का कार्य बंद रखकर कृषि औजारों की पूजा करते हैं। इसके पहले घर के कुल देवी व गोधन की भी पूजा कर अच्छी फसल की कामना की जाती है। घरों में विशेष पकवान बनाए जाते हैं। पूजा-अर्चना के बाद गांव के चौक-चौराहों पर लोग इक_ा होते हैं और यहां पर पारंपरिक खेल स्पर्धा गेड़ी दौड़ नारियल फेक, मटकी फोड़, रस्साकशी जैसी प्रतियोगिताएं होती हैं। हरेली पर घर के मुख्य दरवाजे पर कील ठोककर और नीम की पत्तियां लगाने का रिवाज है। इसके पीछे मान्यता है कि इससे घर-परिवार अनिष्ट से बचे रहते हैं।