सूख रहे खेत, किसानों को बेहतर बारिश का इंतजार, दर्री तहसील क्षेत्र में अब तक महज 287 मिमी हुई बारिश
कोरबा(कोरबा वाणी)-इस मानसून आषाढ़ के बाद सावन भी सूखा बीत रहा है। आमतौर पर सावन में बारिश की झड़ी शहर को तर-बतर कर देती है। सीजन का बरसात का कोटा फुल होने को हो जाता है। लेकिन इस बार मानसून के प्रवेश के बाद से बादल दगा दे रहा है। आषाढ़ में पानी के लिए तरसाने वाले बादलों का सावन में भी कुछ इसी तरह का रवैया बना हुआ है। बुधवार को दोपहर के वक्त दर्री तहसील क्षेत्र में उमड़-घुमड़ कर बादल गरजे पर बरसे नहीं, बूंदाबांदी जरूर हुई। इसके बाद बादल छंटते ही धूप निकल आई। खंड या कम बारिश से सूख रहे खेतों की वजह से किसानों को बेहतर बारिश का इंतजार है। बादलों के रुठे रहने से सावन के आधे दिन बीत जाने के बाद भी मौसम में उमस-गर्मी बनी हुई है। इससे तापमान के पारे में उछाल के साथ चिपचिपी गर्मी से लोग बेचैन हैं। 1 जून से अब तक दर्री तहसील क्षेत्र में महज 287.4 मिलीमीटर ही बारिश दर्ज की गई है। आंकड़ों पर गौर करें तो जिले में सबसे कम बारिश इसी तहसील क्षेत्र में हुई है। यही वजह है कि जिला प्रशासन से इस तहसील क्षेत्र के खरीफ फसल की नजरी आंकलन तैयार कर हफ्तेभर के भीतर शासन को प्रस्ताव भेजने कहा गया है। जिले का सामान्य औसत बारिश 1319.13 मिलीमीटर है। 3 अगस्त की स्थिति में जिले में 436.9 मिलीमीटर औसत बारिश दर्ज हुई है जो कि सामान्य औसत बारिश से 882.23 मिलीमीटर कम है। जबकि आषाढ़ के बाद अब सावन का पखवाड़े भर से अधिक का समय गुजर चुका है।