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कर्मचारियों की 2 सूत्रीय मांग को अनदेखा करना भूपेश सरकार की हठधर्मिता को दिखाता है, मंत्री टीएस सिंहदेव स्वयं की सरकार में ही हैं विवश:- जोगेश लांबा, अशोक चावलानी, हितानंद अग्रवाल

कोरबा(कोरबा वाणी)- छत्तीसगढ़ प्रदेश के कर्मचारियों अधिकारियों को संयुक्त संगठन छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय आह्वान पर लाखों कर्मचारियों को केंद्र के समान महंगाई भत्ता एवं सातवें वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता देने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन कलम रख काम बंद हड़ताल पर है, उनके आंदोलन को समर्थन देने आज पूर्व महापौर जोगेश लांबा, पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक चावलानी, नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल, मंडल अध्यक्ष अजय विश्वकर्मा आई.टी.आई. चौक धरना स्थल पहुंचे |

पूर्व महापौर जोगेश लांबा ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने अपने साढ़े 3 साल के कार्यकाल में सभी वर्गों को छलने का काम किया है जिससे कर्मचारी वर्ग भी है, कर्मचारी सरकार की ऋण है जो सरकार को चलाने में बड़ी भूमिका निभाते हैं परंतु सरकार के द्वारा लगातार उनके साथ उपेक्षा और भेदभाव कर रही है उनके लंबित मांगों को पूरा नहीं कर रही है सरकार की वादाखिलाफी के कारण मजबूर होकर कर्मचारियों को आज कलम बंद आंदोलन की आवश्यकता पड़ी है जिसके लिए भुपेश सरकार जिम्मेदार है उन्होंने कहा कर्मचारी कर्मचारियों के आंदोलन से शासकीय कामकाज में प्रभाव पड़ेगा सरकार को कर्मचारियों की मांगों को अविलंब पूरा करें और कर्मचारियों को उनका अधिकार दे।

पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक चावलानी ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार को वर्तमान आर्थिक संकट को श्वेत पत्र जारी करना चाहिये, वहीं पूरे प्रदेश में कर्मचारी-अधिकारियों के धरना पर चले जाने से प्रशासनिक व्यवस्था चरमरा गयी है, आम आदमी का कोई कार्य नहीं हो रहा है जिसके लिये पूरी तरह से भूपेश बघेल की सरकार जिम्मेदार है उनके मांगों को तत्काल पूरा कर बेहतर व्यवस्था के लिये पहल करना चाहिये।

नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार के गैर-जिम्मेदाराना अर्थिक कुप्रबंधन के कारण छत्तीसगढ़ भीषण आर्थिक बदहाली से दौर के गुजर है, प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री टीएस सिंहदेव से आंदोलनरत कर्मचारी संगठन के प्रतिनिधियों ने अपनी मांगों को लेकर मुलाकात की थी, जिस पर उन्होंने ने खुद ही स्वीकार है कि प्रदेश में उनकी सरकार की वित्तीय प्रबंधन चरमरा गयी है इस कारण आपकी मांगों को पूरा नहीं किया जा सकता है। देश के कई राज्यों में केन्द्र सरकार के समान डीए दिया जा रहा है लेकिन प्रदेश की कांग्रेस सरकार के गलत नीतियों के कारण ही कर्मचारियों व अधिकारियों को डीए व एचआरए मांग के मुताबिक नहीं मिल रहा है, उन्होंने कहा कि प्रदेश जिस तरह से भीषण आर्थिक दौर से गुजर रहा है। जिस वजह से कर्मचारी-अधिकारी सहित आमजन परेशान है और व्यापक जनाक्रोश फैल रहा है। प्रदेश में कर्मचारी-अधिकारियों को कई माह से वेतन नहीं मिल रहा है। प्रदेश के पेंशनधारकों को पेंशन भी नहीं मिल रहा है। जो बेहद ही दुखद है।

इस दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता अजय दास वैष्णव, पूर्व एल्डरमैन रविन्द्र सोन, अनिल मिश्रा, मंडल महामंत्री सुमित तिवारी, गजेंद्र मानसर, युवा भाजपा नेता बद्री अग्रवाल, सूर्यदीप कुर्रे, नागेश्वर दास महंत, भोजराज निशाद, अमित श्रीवास्तव, नरेश बंजारे सहित भारी संख्या में अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहें |