इन्हें कोरोना प्रोटाकाल में राहत, यात्रा के पहले आरटीपीसीआर टेस्ट या पूर्ण टीकाकरण का सर्टिफिकेट देना अनिवार्य नहीं
नई दिल्ली(कोरबा वाणी)-यूक्रेन की ताजा हालातों से हर कोई वाकिफ है। रूस के हमले के बाद बिगड़े हालात से यूक्रेन में फंसे भारतीयों के वतन वापसी के लिए ऑपरेशन गंगा चलाया जा रहा है। समाचार एजेंसी के अनुसार यूक्रेन से वापस आ रहे भारतीय और खासकर छात्रों को उनके लिए यात्रा के पहले आरटीपीसीआर टेस्ट या पूर्ण टीकाकरण का सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य नहीं होगा। इन्हें कोरोना प्रोटोकाल में बड़ी राहत दी गई है। आरटीपीसीआर या टीकाकरण नहीं होने की स्थिति में भी उनके लिए आइसोलेशन की अनिवार्यता नहीं होगी। यूक्रेन में फंसे छात्रों को वापस लाने चलाए जा रहे आपरेशन गंगा से आ रही दिक्कतों को देखते हुए विदेश मंत्रालय की ओर से सुझाव दिए गए थे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना प्रोटोकाल में ढील देने की घोषणा की है।
यूक्रेन से लौटे इन भारतीयों को देनी होगी सेंपल
पहले यूक्रेन से लौटे भारतीयों को एयर सुविधा पोर्टल पर 72 घंटे के भीतर का आरटीपीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट या वैक्सीन की दोनों डोज लेने की अनिवार्य किया गया था। अब सिर्फ उन लोगों को आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए एयरपोर्ट पर सैंपल देना होगा, जिन्होंने वैक्सीन की पूरी डोज नहीं ली है। किसी भी वैक्सीन की पूरी डोज लेने वालों को आरटीपीसीआर टेस्ट कराना नहीं पड़ेगा। हालांकि स्वयं से 14 दिन तक अपनी मॉनिटरिंग करनी होगी। विदेश मंत्रालय से मिली खबरों के अनुसार यूक्रेन में अभी भी कई भारतीय फंसे हैं। जिन्हें सुरक्षित बाहर निकालने केन्द्र सरकार वायुसेना की मदद ली जाएगी।