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एसईसीएल में अनुकंपा नियुक्ति की मांग, किसान सभा के नेतृत्व में भूख हड़ताल पर बैठे पीड़ित परिवार

कोरबा(कोरबा वाणी) -अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ किसान सभा के नेतृत्व में सभी पीड़ित एवं उनका परिवार एसईसीएल गेवरा महाप्रबंधक कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। पीड़ितों में अधिकांश आदिवासी और महिलाएं हैं। पीड़ित परिवारों के समर्थन में किसान सभा के कार्यकर्ता भी भूख हड़ताल में शामिल हैं।

भूख हड़ताल में ग्राम अमगांव, हरदीबाजार की चंद्रिका बाई कंवर नाम की एक आदिवासी महिला भी शामिल है। वह दो साल से अनुकंपा नियुक्ति देने की मांग लेकर विभाग का चक्कर काट रही है। गेवरा खदान विस्तार में उनकी कृषि भूमि अधिग्रहित होने के बाद उसके पति बेचू सिंह को नौकरी मिली थी। उसके पति की दो वर्ष पूर्व सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई है। उसके बाद से वह अनुकंपा नियुक्ति के लिए भटक रही है। नियमानुसार उसने सभी आवश्यक दस्तावेज अपने आवेदन के साथ एसईसीएल में जमा कर चुकी हैं। यह महिला अपने छोटे-छोटे बच्चों को साथ में लेकर भूख हड़ताल में बैठी है।

चंद्रिका के अलावा धीरजा बाई भी हड़ताल में शामिल है, जिनके पति की मृत्यु दो वर्ष पूर्व हो गई है साथ ही अजीत सिंह और अनिल कुमार भी हड़ताल में शामिल है, जिनके पिताओं की मृत्यु पिछले वर्ष हो गई थी यह सभी भू विस्थापित परिवार से है सभी के घर के मुखिया को जमीन के बदले रोजगार मिला था।

गौरतलब है कि आसपास के ग्रामीणों का भी समर्थन इस आंदोलन को मिल रहा है, क्योंकि पीड़ित परिवार उनके गांवों के निवासी है और ये ग्रामीण भी विस्थापन संबंधी मांगों पर अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं।

किसान सभा के सचिव प्रशांत झा ने अनुकंपा नियुक्ति से नौकरी देने में जानबूझकर देरी करने का आरोप लगाते कहा एसईसीएल में अनुकंपा नियुक्ति के लगभग 400 प्रकरण लंबित हैं।

बाइट-प्रशांत झा, सचिव किसान सभा