3 घंटे किया प्रदर्शन रोजगार मुआवजा बसाहट सहित अन्य लंबित मांगों का निराकरण नहीं होने सेनाराजगी,भू-विस्थापितों की आक्रोश रैली 7 किलोमीटर पदयात्रा कर गेवरा महाप्रबंधक कार्यालय घेरा,3 से गेवरा कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन प्रदर्शन 10 को खदान बंद करेंगे
गेवरा/दीपका(कोरबा वाणी)-बीते 7 माह के दौरान ऊर्जाधानी संगठन के साथ प्रशासन व प्रबंधन के साथ उच्च स्तर हुई बैठक व आश्वासन के बाद भी भू-विस्थापितों की मांगों का निराकरण नहीं हुआ इसको लेकर भू-विस्थापितों में भारी नाराजगी है मांगे पूरी नहीं होने पर भू-विस्थापितों ने आंदोलन की चेतावनी दी थी इसके तहत मंगलवार को ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति के बैनर तले भू-विस्थापित व ग्रामीणों ने 7 किलोमीटर पैदल आक्रोश रैली निकाली भू-विस्थापित दीपका में प्रतीक्षा बस स्टैंड के पास इकट्ठा हुए और यहीं से आक्रोश रैली के रूप में आगे बढ़े आजाद चौक उर्जानगर बुधवारी बाजार कृष्णा नगर विजय नगर होते हुए लगभग 7 किलोमीटर पदयात्रा कर एसईसीएल गेवरा महाप्रबंधक के कार्यालय पहुंचे भू-विस्थापितों ने महाप्रबंधक कार्यालय के दोनों तरफ के गेट को बंद कर दिया और गेट के सामने बैठकर प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे ग्रामीणों की संख्या देख बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी भी पहुंच गए भू-विस्थापित दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक प्रदर्शन करते रहे इस बीच खदान के महाप्रबंधक एस के मोहंती व अन्य अधिकारी बाहर निकले और उनको मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले भू-विस्थापितों ने कहा अब 3 जून को गेवरा कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन प्रदर्शन करेंगे वही 10 जून को खदान बंद आंदोलन किया जाएगा ।
एक सप्ताह बाद दीपका कार्यालय के बाहर भी प्रदर्शन करने लिया फैसला
मंगलवार को ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति संगठन के आक्रोश रैली में अलग-अलग क्षेत्रों से खदान प्रभावित गांव के 500 से ज्यादा ग्रामीण शामिल हुए भू-विस्थापित संगठन ने कहा कि गेवरा के बाद दीपका महाप्रबंधक कार्यालय के सामने भी एक सप्ताह बाद धरना प्रदर्शन के बाद खदान बंदी आंदोलन किया जाएगा इसमें कोरबा कुसमुंडा दीपका के अलावा गेवरा एरिया के लोग शामिल होंगे ।
प्रबंधन प्रशासन व जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में पहले हुई थी बैठक
ऊर्जाधानी संगठन ने कहा नवंबर 2021 को एसईसीएल के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के अधिकारियों व कलेक्टर व विधायक पुरुषोत्तम कंवर मोहितराम केरकेट्टा की मौजूदगी में सकारात्मक वार्ता के बाद भू-विस्थापितों की उम्मीद जगी थी 17 फरवरी को भी समीक्षा बैठक में कलेक्टर की ओर से 3 माह में निराकरण के निर्देश दिए थे लेकिन समस्याओं को उलझाकर रख दिया है लोग भटकने को मजबूर है ।
एसईसीएल प्रबंधन को 8 सूत्री मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन
आक्रोश रैली निकालने के बाद प्रबंधन को 8 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन दिया है इसमें प्रमुख रूप से :-
■ कलेक्टर द्वारा जारी निर्देश के अनुसार तत्काल भू-विस्थापितों की समस्याओं को निराकृत करने ।
■ जमीन के एवज में दी जाने वाली रोजगार के पुराने मामले में अर्जन के बाद विभिन्न कारणों से रोके गए रोजगार के प्रकरणों में कार्रवाई करते हुए रोजगार देने ।
■ गेवरा एरिया द्वारा अधिग्रहित एवं वर्तमान में दीपका एरिया को हस्तांतरित अमगांव के बसाहट स्थल के बड़े झाड़ की कटाई कर विकसित करने व आश्रित मोहल्लों जोकाहीडबरी दर्राखांचा रोहिदास मोहल्ला की रोके गए जमीन व परिसंपत्तियों का मुआवजा भुगतान किया जाए ।
■ भू-विस्थापित परिवार के कामगारों को प्रताड़ित करना बंद करने ।
■ रेल कॉरिडोर के कारण प्रभावित होने वाले परिवारों की परिसंपत्तियों श्मशान कब्रिस्तान का मुआवजा एवं अन्य सुविधाएं दिलाने ।
■ पुनर्वास ग्रामों में बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने की मांग ।
प्रेषक
ललित महिलांगे
मीडिया प्रभारी
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