एसईसीएल में रोजगार की मांग को लेकर 198 किसानों ने नहीं लिया मुआवजा, अंबिका कोल माइंस खोलने का विरोध,कहा- छोटा रकबा होने से कंपनी में नौकरी से वंचित होना पड़ेगा तो परिवार की स्थिति हो जाएगी दयनीय, प्रबंधन से भी नहीं मिल रहा ठोस आश्वासन
कोरबा।(कोरबावाणी) – एसईसीएल में रोजगार की मांग को लेकर 198 किसानों ने मुआवजा नहींं लिया है और अंबिका कोल माइंस को खोलने का विरोध जताया है। इनका कहना है कि छोटा रकबा होने से कंपनी में नौकरी से वंचित होना पड़ेगा, दूसरी ओर आजीविका के साधन चले जाने से परिवार की स्थिति दयनीय हो जाएगी। प्रबंधन की ओर से भी उनके भविष्य को लेकर ठोस आश्वासन नहीं मिल रहा है।
मानिकपुर के बाद एसईसीएल कोरबा एरिया की अंबिका कोल माइंस दूसरी खुली खदान होगी, जिसके लिए पाली तहसील के ग्राम करतली, तेंदूभांठा, दमिया व आसपास के गांवों की जमीन का कोल बेयरिंग एक्ट के तहत अधिग्रहण हुआ है। इस अंबिका परियोजना के खिलाफ प्रभावित गांवों के ग्रामीण लामबंद होने लगे हैं। भू-अर्जन के एवज में 485 किसानों को 26.72 करोड़ रुपए मुआवजा भुगतान हो चुका है। मगर 198 किसानों ने मुआवजा लेने से इनकार कर दिया है और अब इस खदान खोलने के विरोध में आंदोलन के मूड में है। करतली में हुई बैठक में इसकी रूपरेखा तैयार कर ली गई है।