स्निफर डॉग बाघा ने फिर साबित की अपनी काबिलियत, डबल मर्डर केस को सुलझाने में रही अहम भूमिका
कोरबा(कोरबा वाणी)-कोयलांचल कुसमुंडा के एसईसीएल आदर्श नगर कॉलोनी में हुए डबल मर्डर केस को चंद घंटे के भीतर पुलिस के सुलझा लेने में स्निफर डॉग बाघा की अहम भूमिका रही। इस तरह एक बार फिर खोजी डॉग बाघा ने अपनी काबिलियत साबित की है।
कुसमुंडा थाना क्षेत्र के एसईसीएल आदर्श नगर के आवासीय कॉलोनी के एक मकान में मां-बेटी की रक्तरंजित लाश पड़ी होने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। प्रथम दृष्टया मामला हत्या से जुड़ा होना पाए जाने पर डॉग स्कवाड को मौके पर बुलाया गया। ट्रेनर आरक्षक सुनील गुप्ता खोजी डॉग बाघा को लेकर पहुंचे। हत्या की हुई वारदात की जगह पर एक कपड़ा मिला जिसमें खून सना हुआ था। पुलिस को यह समझने में देर नहीं लगी कि हत्यारे ने वारदात को अंजाम देने के बाद रक्त से सने हुए अपने हाथों को उक्त कपड़ा से साफ न किया हो। यह कपड़ा बाघा को सुंघाया गया और स्निफर डॉग ने आरोपी की जरा सी गंध महसूस कर ली। इसके बाद बारी-बारी से घर के सदस्यों और पड़ोसियों को बाघा के सामने लाया गया। जब घर का ही इकलौता चिराग 19 साल का अमन दास बाघा के सामने आया तो उस पर झपट पड़ा, अपनी सूंघने की क्षमता से वह गंध महसूस कर ली जो कपड़ा में था। खोजी डॉग बाघा उसकी बाइक की सीट भी कुरेदने लगा। इसके बाद जब अमन को हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ की तो डबल मर्डर केस की गुत्थी सुलझ गई। पूछताछ में हत्या के आरोपी ने पुलिस को बताया कि नशे की हालत में घर पहुंचने पर फटकार लगाए जाने पर उसने अपनी मां और बहन की हत्या कर अपनी बाइक से घर के बाहर चला गया। उसकी बाइक पर खून के छींटे पडऩे से वाहन धुलवा लिया। बीच-बचाव के दौरान ऊंगली में चोटें आने पर एसईसीएल के हॉस्पिटल जाकर बाइक से गिरना बताकर पट्टी बंधवाकर इलाज कराया था। इसके बाद उसी बाइक से घर लौट आया। इस दौरान उसकी गंध बाइक पर भी रहने से ही स्निफर डॉग बाघा वाहन को भी कुरेदने लगा था।