कोरबा न्यूज़

संविधान और जनतंत्र की रक्षा के साथ रोजगार के लिए संघर्ष तेज करने का संकल्प के साथ मनाया गया 75 वां स्वतंत्रता दिवस

कोरबा(कोरबा वाणी)-आजादी के 75 वीं वर्षगांठ के मौके पर एसईसीएल कुसमुंडा मुख्यालय के सामने 288 दिनों से भू विस्थापितों को रोजगार देने की मांग को लेकर चल रहे धरना स्थल में छत्तीसगढ़ किसान सभा और भू विस्थापित रोजगार एकता संघ ने झंडा फहराने के बाद संविधान की रक्षा और देश को मजबूत करने के साथ भू विस्थापितों को जमीन के बदले रोजगार देने, अग्निपथ भर्ती योजना वापस लेने, सार्वजनिक उद्योगों को बेचना बंद करने, शहीदों के अरमानों को मंजिल तक पहुचायेंगे, स्वतंत्रता दिवस अमर रहे का नारे लगाए।

कुसमुंडा मुख्यालय के सामने जमीन के बदले रोजगार की मांग को लेकर आंदोलन को 288 दिन पूरे होने और 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के दिन भी बड़ी संख्या में भू विस्थापित किसान इकठा होकर स्वतंत्रता दिवस मनाते हुए धरना स्थल पर बैठे रहे।
स्वतंत्रता दिवस के दिन धरना स्थल पर तिरंगा झंडा फहराने के बाद सभा को संबोधित करते हुए किसान सभा के जिला सचिव प्रशांत झा ने कहा कि आजादी के 75 साल पूरा होने के बाद भी आजाद भारत में भू विस्थापित किसानों का शोषण राज्य और केंद्र सरकार द्वारा जारी है। 15 अगस्त को पूरा देश आजादी का जश्न मना रहा है है वहीं भू विस्थापित किसान अपनी जमीन एसईसीएल में गंवाने के बाद रोजगार के लिए सरकारी और एसईसीएल के दफ्तरों में भटक रहे हैं। रोजगार के लिये संघर्ष और तेज करने के साथ सितंबर में विस्थापन से जुड़े समस्याओं को लेकर कलेक्टरेट घेराव की घोषणा भी किसान सभा नेताओं ने की है।
कार्यक्रम और धरना में प्रमुख रूप से किसान सभा के जवाहर सिंह कंवर, दीपक साहू,जय कौशिक रोजगार एकता संघ से दामोदर श्याम,रेशम यादव,मोहन लाल यादव,कृष्णा, हरीशंकर, रघुनंदन, बसंत चौहान, मोहन कौशिक, गणेश बिंझवार, हेमंत साहू,विजय, पंकज, नरेश, रामप्रसाद, बृजमोहन,सनत कश्यप, अनिल बिंझवार,चंद्रशेखर, हेमलाल, हरियर पटेल,राधेश्याम पटेल,के साथ बड़ी संख्या में भू विस्थापित उपस्थित थे।

जवाहर सिंह कंवर
जिलाध्यक्ष
छत्तीसगढ़ किसान सभा

दामोदर श्याम
सचिव
भू विस्थापित रोजगार एकता संघ