रायपुर

6 अक्टूबर से शुरू हो रहे छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक में 14 पारंपरिक खेलों को किया है शामिल, राजीव युवा मितान क्लब की होगी अहम भूमिका

रायपुर(कोरबा वाणी)-मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों को आगे बढ़ाने और खेल भावना का विकास कर प्रदेश के प्रतिभागियों को बेहतर मंच देने की पहल की है। 6 अक्टूबर से शुरू हो रहे छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक में 14 पारंपरिक खेलों को शामिल किया गया है जिसमें दलीय श्रेणी गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी और बांटी (कंचा) जैसे खेल शामिल किए गए हैं। वहीं एकल श्रेणी की खेल विधा में बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़ और लम्बी कूद शामिल है। गांव के क्लब से लेकर राज्य तक छह स्तर में होने वाले इस आयोजन में गांव में सबसे पहला स्तर राजीव युवा मितान क्लब का होगा। वहीं दूसरा स्तर जोन है, जिसमें 8 राजीव युवा मितान क्लब को मिलाकर एक क्लब होगा। फिर विकासखंड/नगरीय क्लस्टर स्तर, जिला, संभाग और अंतिम में राज्य स्तर खेल प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। छत्तीसगढिय़ा ओलम्पिक में आयु वर्ग को तीन वर्गो में बांटा गया है। इसमें प्रथम वर्ग 18 वर्ष की आयु तक फिर 18-40 वर्ष आयु सीमा तक, वहीं तीसरा वर्ग 40 वर्ष से अधिक उम्र के लिए है। प्रतियोगिता में महिला एवं पुरुष दोनों वर्ग के प्रतिभागी हिस्सा ले सकेंगे।