कोरबा में जारी रहेगा विकास कार्य- जयसिंह
- छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार ने बागडोर संभालते ही जनता को दी कई योजनाओं की सौगात
कोरबा (कोरबा वाणी)- कोरबा विधानसभा के कांग्रेस प्रत्याशी जयसिंह अग्रवाल ने 22 अक्टूबर को वार्ड क्र 13,14 एवं 15 के विभिन्न गली, मोहल्ले में जन संपर्क किया। इस दौरान उन्होंने वाड र्क्र 13 के वासियों से भेंट मुलाकात करते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ गठन के 2 वर्ष बाद लगातार 15 वर्षों से काबिज भाजपा की राज्य सरकार ने किसानों, मजदूरों, छात्रों, कर्मचारियों, व्यापारियों, शिक्षा, स्वास्थ, बिजली, सड़क, पानी, समाजिक, संगठनों, आदि के लिए किसी भी तरह की कोई भी योजना नहीं बनाई लेकिन वर्ष 2018 में जब कांग्रेस की सरकार स्थापित हुई मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य की बागडोर संभालने के 2 घंटे के भीतर 18.82 लाख किसानों पर बकाया 9270 करोड़ रूपये का कृषि ऋण को माफ करने और 2500 रूपये प्रति क्विंटल की दर पर धान खरीदी का बड़ा निर्णय लिया। और वर्ष 2018-19 में क्रय किये गए धान पर किसानों को प्रति क्विंटल के मान से 750 रूपये बोनस के रूप में कुल 5979 करोड़ रूपये का अतिरिक्त भुगतान भी किया गया। वहीं केन्द्र सरकार द्वारा किसानों को बोनस देने पर प्रतिबंध लगाए जाने के कारण खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 से राज्य के धान उत्पादक किसानोें को राजीव गांधी किसान न्याय योजना बनाकर 21 हजार 913 करोड़ रूपये इनपुट सब्सिडी के रूप में दिए गए। जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि नौकरी व व्यवसाय करने के लिए प्रदेश के अनेकों गांव से आकर कोरबा में निवासरत लोंगो को भी इसका लाभ पहुंच रहा हैं। गांवों में इनके खेतों में इनके परिवार धान की फसल लगाते हैं।
जयसिंह अग्रवाल ने आगे बताया कि वर्ष 2022-23 में किसानों को समर्थन मूल्य एवं राजीव गांधी किसान न्याय योजना की सब्सिडी को मिलाकर प्रति क्विंटल सामान्य धान का कुल मूल्य 2640 एवं ग्रेड़ (ए) का मूल्य 2660 रूपये मिला। वहीं खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में प्रदेश के किसानों से प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान क्रय किया जा रहा हैं। तथा मक्का, अरहर, उड़द, मुंग, गन्ना, कोदों, कुटकी, रागी की भी समर्थन मूल्य पर खरीदी की जा रही हैं। जिसका लाभ कोरबा में रहने वाले किसानों को भी मिल रहा हैं।
वार्ड क्र 14 पंपहाउस में जयसिंह अग्रवाल बताया कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने मार्च 2019 से बिजली बिल आधा कर दिया हैं। 400 यूनिट तक बिजली खपत पर उपभोक्ताओं को बिजली बिल में 50 प्रतिशत तक की छूट दी जा रही हैं। हाफ बिजली बिल योजना से लाभांवित 42.45 लाख उपभोक्ताओं को बिजली बिल में अब तक 3690 करोड़ से भी अधिक की छूट दी जा चुकी हैं। उन्होंने बताया कि कोरबा के विभिन्न औद्योगिक प्रतिष्ठानों के आस-पास निवासरत ऐसे अनेकों परिवार हैं। जिन्होंने कई महिनों तक बिजली बिल जमा नहीं किया हैं। ऐसे में बिजली बिल माफ योजना का लाभ लेने से वे वंचित रह जाते हैं। श्री अग्रवाल ने ऐसे बिजली उपभोक्ताओें से अपील किया हैं कि अपना बिजली बिल हर माह जमा करें। और बिजली बिज हाफ योजना का लाभ उठावें।
वार्ड क्र 15 के ढ़ोढ़ीपारा में जयसिंह अग्रवाल ने बताया कि खाद्य-सुरक्षा का अधिकार, स्वास्थ का अधिकार, शिक्षा का अधिकार, सबको आवास का अधिकार, वन अधिकार, महिला सुरक्षा अधिकार, सूचना का अधिकार आदि अधिकार योजना हमारी कांग्रेस सरकार की योजना हैं। जिसके तहत आज सबको इन अधिकार योजना का लाभ मिल रहा हैं।
शिक्षा का अधिकार योजना के तहत पिछले 10 वर्षों से केन्द्रीय विद्यालय, डी.पी.एस. सहित कई निजी स्कूलों में भी 25 प्रतिशत गरीब छात्र-छात्राओं को निःशुल्क शिक्षा ग्रहण करने का मौका मिल रहा हैं। वहीं प्रदेश में बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए 375 स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम तथा 351 हिंदी माध्यम के विद्यालय संचालित हैं। जिसमें अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में 1 लाख 75000 हजार तथा हिंदी माध्यम विद्यालय में 2 लाख 71000 हजार विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। वहीं 10 अंग्रेजी माध्यम कॉलेज भी संचालित हैं। जिसका लाभ कोरबा के विद्यार्थियों एवं उनके पालकों मिल रहा हैं। कोरबा में एक अंग्रेजी माध्यम कॉलेज तथा 7 स्वामी आत्मानंद विद्यालय संचालित हैं। आने वाले समय में कोरबा में और भी स्कूलों को स्वामी आत्मानंद विद्यालय में शामिल किया जायेगा।
जयसिंह अग्रवाल ने वार्डवासियों से चर्चा करने के दौरान बताया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश के 64 लाख से भी अधिक राशन कार्डधारियों को निशुल्क व 1 रूपये किलो के दर से चावल देने का काम हमारी सरकार कर रही है वही 09 लाख से अधिक सामान्य कार्डधारियों को 10 रूपये की रियायती दर चावल प्रदान किया जा रहा है।
दुर्गा पूजा उत्सव में शामिल हुए
कांग्रेस प्रत्याशी जयसिंह अग्रवाल ने बालको क्षेत्र के विभिन्न पूजा पंडालों मे मां दुर्गा प्रतिमा के दर्शन कर व पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया और क्षेत्रवासियों की सुख समृद्धि की कामना की।