वार्ड से शराब दुकान हटाने वार्डवासियों ने छेड़ी मुहिम, शराब दुकान के सामने कर रहे हैं प्रदर्शन
कोरबा(कोरबा वाणी)- रामपुर देसी शराब दुकान को बंद कर अन्यत्र जगह स्थानांतरण की मांग को लेकर शराब दुकान के सामने वार्ड पार्षद के नेतृत्व में वार्ड वासियों द्वारा अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। यहां शराब लेने पहुंचने वाले लोगों को वार्ड की महिलाओं द्वारा फूल भेंट कर उनका स्वागत किया जा रहा है और उनसे शराब नहीं पीने की अपील की जा रही है। शराब दुकान को अन्य जगह स्थानांतरण के लिए वार्ड वासियों ने जिला प्रशासन से गुहार भी लगाई थी लेकिन जिला प्रशासन की ओर से कोई कार्यवाई न होते देख धरना प्रदर्शन का रुख अपनाया गया। धरना प्रदर्शन को जनप्रतिनिधियों का भी साथ मिल रहा है। बुधवार को धरना प्रदर्शन को समर्थन देने कोरबा भाजपा जिला अध्यक्ष राजीव सिंह धरना स्थल पर पहुंचे।
दरअसल रामपुर क्षेत्र में जिस जगह पर शराब दुकान संचालित है वह आईटीआई-बालको मुख्य मार्ग पर है। शराब दुकान के सामने सड़क की दूसरी ओर चखना दुकानें सजी रहती है। हर दिन शराब प्रेमियों का मेला सड़क के दोनों ओर लगी रहती है जिसके कारण आने जाने वाले लोगों को काफी समस्या होती है। सड़क के दोनों ओर भीड़ होने के कारण सड़क पर दुर्घटना का डर बना रहता है।
इतना ही नहीं शराब दुकान के बगल में कन्या छात्रावास है, कुछ ही दूर पर बाल्मीकि कल्याण आश्रम है, मंदिर है साथ ही बड़ी बस्तियां भी है जिसमें लोग रहते हैं। दिन भर शराब प्रेमियों के जमावड़े के करण महिलाओं को बहुत समस्या होती है। यही वजह है कि अब वार्ड वासी इस समस्या से निजात चाहते हैं और शराब दुकान को अपने वार्ड से बंद कराने के लिए लामबंद हो गए हैं।
शराब प्रेमियों को गुलाब देकर शराब पीने से मना करने वाली महिला नेत्री जुगावरी देवी ने कहा कि अब वार्ड में शराब दुकान संचालित नहीं होने देंगे चाहे इसके लिए हमें आरपार की लड़ाई के लिए चक्का जाम ही क्यों न करना पड़े।
वार्ड पार्षद चंद्रलोक सिंह का कहना है कि वार्ड में शराब दुकान संचालित होने से बहुत सारी समस्याएं आ रही है जिसे अन्य जगह स्थानांतरित किया जाए। वार्ड पार्षद ने कहा कि दुकान स्थानांतरण के लिए वार्ड वासी 100-100 रुपये देने को भी तैयार हैं ताकि अन्य जगह पर शराब दुकान के लिए भवन बनाई जा सके।
वही धरना प्रदर्शन को अपना समर्थन देने पहुंचे कोरबा भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ की जनता के साथ कांग्रेस ने धोखा किया है। हाथ में पवित्र गंगाजल की कसम खाकर प्रदेश में शराबबंदी का वादा किया था जो कि सिर्फ चुनावी जुमला बनकर रह गया है।