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छत्तीसगढ़ के इस जिले में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा, जंगल में लकड़ी या महुआ लाने नहीं जाने मुनादी

धमतरी(कोरबा वाणी)-छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिले के तुमबाहरा व चारगांव समेत आसपास के गांवों में मुनादी कराकर ग्रामीणों को जंगल में लकड़ी या महुआ लाने नहीं जाने कहा है। वन अफसरों ने दावा किया है कि हाथियों को गांवों से दूर भगाने के प्रयास जारी है।
जानकारी के मुताबिक जिले के नगरी वन परिक्षेत्र में जंगली हाथी के हमले में एक लडक़ी सिमरन साहू (11) और एक महिला दसरी बाई निषाद (50) की मौत हो गई। सिमरन साहू अपने पिता शेखर साहू के साथ तुमबाहरा गांव के जंगल में महुआ एकत्र करने गई थी। जब वह जंगल में थे तभी जंगली हाथी ने उन पर हमला कर दिया। चारगांव के जंगल में हाथी ने एक महिला दसरी बाई निषाद (50) को मार डाला। अधिकारियों ने बताया कि संबलपुर गांव निवासी महिला दसरी बाई महुआ के फूल इक_ा करने चारगांव के जंगल में गई थी। जब महिला जंगल में थी तभी हाथी वहां पहुंच गया और उसने महिला को सूंड से उठाकर पटक कर मार डाला। बीते तीन दिनों में हाथी के हमले में पांच लोगों की मौत होने से हाथी प्रभावित गांवों के ग्रामीण डरे-सहमे हैं।