केन्द्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी के बयान पर कड़ी आपत्ति
कोरबा(कोरबा वाणी)-जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष सुरेन्द्र प्रताप जायसवाल एवं शहर कांग्रेस अध्यक्ष सपना चौहान ने संयुक्त रूप से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर केन्द्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी को नकली ज्योतिषि बताए जाने तथा देश में भविष्य में कोयला संकट नही होने संबंधी बयान पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा है कि भारत सरकार के महत्वपूर्ण विभाग के मंत्री द्वारा देश में व्याप्त कोयला संकट, बेरोजगारी, महंगाई, आंतरिक एवं बाह्य सुरक्षा जैसे मुद्दों से जनता का ध्यान हटाने के लिए तथा अपनी अक्षमता को छुपाने के लिए अनर्गल बयानबाजी पर कहा है कि राहुल गांधी जी ने रातोंरात किये गये नोटबंदी, देश में बढ़ रही महंगाई, कोरोना से बचाने के लिए केन्द्र सरकार को अगाह करना, भारतीय सीमा पर चीन का अतिक्रमण, देश में भाईचारा एवं सामाजिक सौहृार्द को लेकर अगाह करना तथा कोयला संकट के लिए मोदी सरकार को अगाह किया था लेकिन मोदी सरकार और उनके उद्योगपति मित्रों द्वारा पोषित सूचना तंत्रों द्वारा जो मजाक उड़ाया गया जिसका परिणाम आज देश को भुगतना पड़ रहा है। प्रधनमंत्री नरेन्द्र मोदी जो लम्बे समय तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे और 08 वर्षों से देश के प्रधानमंत्री हैं उनके गृह राज्य के पॉवर सेक्टर के अधिकारी छत्तीसगढ़ के कोल इंडिया का महत्वपूर्ण कोयला कम्पनी एस.ई.सी.एल. मुख्यालय बिलासपुर में गुजरात के लिए कोयला मांगने पहुंचे हैं शायद कोयला मंत्री को यह ज्ञात नही है पूरे देश में बिजली संकट उत्पन्न हो गया है। मोदी सरकार द्वारा राहुल गांधी जी एवं पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी द्वारा जो सुझाव देशहित में दिया गया था इन सुझाव को मान लिया जाता तो आज देशवासियों को यह दिन नही देखना पड़ता। एक ही मुद्दे पर ज्योतिषियों के अलग अलग विचार होते हैं। राहुल गांधी जी ने तो स्पष्ट तौर पर खुलेमन से सरकार को चेताया था। सरकार उनकी बातों को नजर अंदाज करती गयी जो लोकतंत्र के लिए घातक साबित हो रहा है। कोयला मंत्री ने पूर्व यूपीए सरकार के दौरान कोयला क्षेत्र में भ्रष्टाचार के कारणों को भी वर्तमान परिस्थितियों को जुम्मेवार बताया है जबकि देश के सर्वोच्च न्यायालय ने इसे निर्णित कर दिया है। इन 08 वर्षों में कोयला से संबंधित एक भी भ्रष्टाचार को भाजपा सरकार साबित करने में असफल रही है। सत्ता हथियाने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर बफोर्स तोप घोटाले का आरोप लगाया गया। जो न्यायालय में झुठा तो साबित हुआ वहीं यही तोप कारगिल युद्ध में सबसे कारगर तोप के रूप में काम आया। आज केन्द्र की यह सरकार मात्र अपने कुछ पूंजीपति मित्रों को लाभ पहुंचाने के लिए काम कर रही है।