उमरेली में गौठान के ट्रैक्टर से हो रहा रेत का अवैध परिवहन, दिखाया जा रहा नियमों को ठेंगा
कोरबा/उमरेली(कोरबा वाणी)-कोरबा जिले के अंतिम छोर पर बसा करतला विकासखंड का सबसे बड़े ग्राम पंचायत उमरेली में इन दिनों गौठान के ट्रैक्टर से सोन नदी से अवैध उत्खननक कर रेत निकाली जा रही है। गांव के विकास के नाम पर किये जा रहे ये अवैध कार्य किस तरह गाँव का विकास गढ़ेगा जो खुद नियमों को ताक में रखकर की जा रही है. दरअसल रेत खदानों पर 10 जून से ही रॉयल्टी काटना बंद हो गया है। फिर भी गांव के नदियों से रेत धड़ल्ले से निकाली जा रही है जो अवैध कार्यों की श्रेणी मे आते है.
गौरतलब है की ग्राम पंचायत उमरेली में मुख्यमंत्री भुपेश बघेल सरकार की महत्वपूर्ण योजना गौठान का निर्माण योजना के आते ही प्रारंभ कर दिया गया था. करतला विकासखंड का बड़ा ग्राम पंचायत होने के कारण इस गौठान को आदर्श गौठान का दर्जा मिला. आदर्श गोठान होने के नाते यहाँ की गोठान को तमाम सुविधाएं उपलब्ध हो इसके लिए सरकार की योजना स्वरुप कृषि संयंत्र के रूप में दो ट्रैक्टर दिए गए जिसका अभी तक ना ही इंश्योरेंस का पता है और ना ही गाड़ी नंबर का क्यूंकि गाड़ी मे अभी तक नंबर प्लेट नहीं लगा है. गौठान प्रबंधक समिति, ग्राम पंचायत तथा आला अधिकारियों ने दस्तावेज पूर्ण करने की कोई जिम्मेदारी अभी तक नहीं निभाई है. अधूरे दस्तावेज के बाउजूद ट्रैक्टर 195 घंटे से अधिक चल चुका है।
इतना ही नहीं पिछले 4 दिनों से गौठान के ट्रैक्टर को सोन नदी से अवैध उत्खनन कर निकाले गए
रेत के परिवहन मे उपयोग किया जा रहा है।
ट्रैक्टर ड्राइवर सहित मजदूरों ने बताया यह रेत वर्तमान सरपंच रमेश सिदार के कहने पर निकाली जा रही है. इस अवैध कार्य का गाँव के ब्राह्मण मोहल्ला वासियों ने कड़ी आपत्ति जताई फिर भी सरपंच अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहा उल्टा सरपंच द्वारा अपने गलत कार्यों को छिपाने ग्राम पंचायत के ग्रामीणों सहित ट्रैक्टर के मजदूरों को यह बताया गया कि यह काम पंचायत के प्रस्ताव के साथ की जा रही है जबकि ग्राम पंचायत उमरेली के वर्तमान सचिव से जब इस मामले मे पूछा गया तो उसने इस बारे में अनभिज्ञता जताते बताया की इस संबंध में ग्राम पंचायत स्तर पर कोई प्रस्ताव नहीं किया गया है.