कोरबा न्यूज़

ज़िंदगी में मौत से लड़ रहा था धामन साप, उसके गुस्से को देख पास जानें की हिम्मत नहीं हुई किसी की, मछली जाल में बुरी तरह से फस गया था।

कोरबा(कोरबा वाणी)-बारिश का मौसम आते ही बड़ी तादाद में ज़मीन में रेंगने वाली मौत घरों में प्रवेश कर रहीं, जिसके कारण सभी आम जनों में एक डर सा समा गया हैं पर इस मुसीबत से निजाद दिलाने के लिए शहर में रेस्क्यू टीम लगातार काम कर रहीं जिसके कारण कही न कहीं सर्प दंश के मामले कम हैं, वहीं दुसरी ओर बीहड़ क्षेत्रों से सर्प दंश के मामले अधिक सामने आ रहे जिसका कारण हैं जानकारी का आभाव साथ ही रेस्क्यू टीम से संपर्क नहीं हो पाना साथ ही ज़मीन में सोना, रेस्क्यू टीम शहरी क्षेत्रों में लगातार सक्रिय हैं साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी सक्रिय हैं पर जो बहुत अधीक दूरी वाले गांव हैं वहा तक पहुंचना उनके लिए भी बड़ी चुनौती है, इंसान के साथ सांपो को बचाना उनका मकसद हैं ऐसा ही एक मामला आया कुसमुंडा से लगे छुरा कछार के आनंद नगर का जहा एक 7 फीट का धामन साप मछली के जाल में बुरी तरह से फस गया था जिसको निकलने का आस पास के लोगों ने लकड़ी के माध्यम से भरपूर प्रयास किया पर धामन साप गुस्से में आवाज़ निकाल के काटने की कोशिश करने लगा जिसके कारण लोग डर से पास जाना उचित नहीं समझा फिर सरोज कुमार नामक युवक ने इसकी जानकारी स्नेक रेस्क्यू टीम प्रमुख जितेन्द्र सारथी को दिया जिस पर उन्होंने साप के पास जानें से मना करते हुए टीम मेम्बर को भेजने की बात कहीं फिर जितेन्द्र सारथी ने अपने टीम मेम्बर राकेश मानिकपुरी को घटना स्थल के लिए रवाना किया, घटना स्थान पर पहुंचने पर राकेश ने लोगों के माध्यम से धीरे धीरे जाल को पत्ती से काटना शुरू किया फिर आखिरकार साप आज़ाद हो गया और लोगों के चेहरे पर खुशी दिखाई दी साथ ही राहत महसूस किया, जिसके बाद राकेश ने जंगल में छोड़ कर दिया।

जितेन्द्र सारथी ने बताया एक साथ इतने सारे जगह से कॉल आते हैं जो हमारे लिए एक चुनौती साबित होती हैं जिसको हम टीम के साथ तालमेल मिलाकर पूरा करते हैं, लोगों के साथ इन जीवों को बचाना हमारा कर्त्तव्य है।