पहले पंचायती विभाग छोड़ने सीएम को भेजा पत्र, अब कांग्रेस विधायक दल की बैठक से स्वास्थ्य मंत्री ने बनायी दूरियां
रायपुर(कोरबा वाणी)-पंचायती विभाग छोडऩे मुख्यमंत्री को पत्र भेज चुके स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने अब कांग्रेस विधायक दल की बैठक से भी अपने आपको किनारा कर लिया। बीते दिवस सीएलपी की बैठक में केबिनेट मंत्री सिंहदेव नहीं पहुंचे। हालांकि उन्होंने सोमवार को राष्ट्रपति चुनाव के लिए छत्तीसगढ़ के विधानसभा भवन में होने वाले वोटिंग में पहुंचने की जरूर बात कही।
बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का चेहरा प्रदेश कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष रहे भूपेश बघेल व पार्टी के दिग्गज नेता टीएस सिंहदेव रहे। चुनाव के दौरान किसी तरह की गुटबाजी से कांग्रेस को नुकसान न हो इसके लिए पार्टी हाईकमान ने ढाई-ढाई साल का फार्मूला लाया। सबसे अधिक कांग्रेस के प्रत्याशी चुनाव जीते और इस परिवर्तन से प्रदेश की सत्ता में कांग्रेस काबिज हुई। करीब तीन साल का कार्यकाल गुजर चुका है, प्रदेश की कमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथों में है। कांग्रेस की सत्ता में आने के बाद से मुख्यमंत्री बघेल व स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव के बीच अनबन की खबरें सामने आती रही है। दोनों के बीच अनबन की अटकलों ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है। इसकी वजह पहले स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव के पंचायती विभाग छोडऩे का ऐलान कर देना और इसके बाद मुख्यमंत्री के रायपुर स्थित आवास पर हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं होना है। समाचार एजेंसी के मुताबिक मंत्री सिंहदेव ने कहा है कि पहले से तय कार्यक्रम में अपने निर्वाचन क्षेत्र में है इस वजह से वे सीएलपी की बैठक में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। वह राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना वोट डालने के लिए सोमवार को यहां पहुंचेंगे। इधर मुख्यमंत्री का कहना है कि उन्हें अभी तक स्वास्थ्य मंत्री का पंचायती विभाग छोड़ने संबंधी इस्तीफा नहीं मिला है। इन सबके बीच विपक्षी दल भाजपा हमलावर हो गई है। अनबन की अटकलों पर सत्ता पक्ष को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।