स्वर्गीय बिसाहू दास महन्त की 44 वीं पुण्यतिथि पर विधानसभा अध्यक्ष ने दी श्रद्धांजलि
कोरबा।(कोरबावाणी) – गांधीवादी विचारधारा, सादा जीवन उच्च विचार को अपने जीवन में आत्मसात करने वाले और प्रदेश के सबसे ऊंचे मिनीमाता बांगो बांध के स्वप्न दृष्टा स्वर्गीय बिसाहू दास महंत की 44वीं पुण्यतिथि पर शनिवार को कोरबा मे घंटाघर के पास स्थित स्व. बिसाहूदास महंत स्मृति उद्यान में कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम में उनके पुत्र और छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत एवं उनकी पुत्रवधु एवं कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत विशेष रूप से उपस्थित रही.
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, कोरबा नगर पालिक निगम के महापौर सहित उपस्थित जन प्रतिनिधियों ने स्व बिसाहू दास की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण और श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर कबीरदास जी की साखियों पर आधारित मनमोहक, सुमधुर भजनों का गायन प्रस्तुत किया गया।
गौरतलब है की स्व बिसाहूदास महंत अविभाजित मध्यप्रदेश में कांग्रेस के सबसे सफल विधायकों में से एक थे. 1952 में जीतना शुरू करने के बाद से वह कभी चुनाव नहीं हारे, वे लगातार छह बार चुने गए. अविभाजित मध्यप्रदेश में मंत्री जैसे पदों पर काम करते हुए उन्होंने किसानों की पीड़ा को समझा और उनके लिए सिंचाई का प्रबंध करने की ठानी. कोरबा जिले में निर्मित प्रदेश के सबसे ऊंचे मिनीमाता बांगो बांध के शिलान्यास का श्रेय उन्हें दिया जाता है. जिससे आज लाखों हेक्टेयर खेतों की प्यास बुझती है. किसानों अपने खेत की सिंचाई कर पाते हैं. स्वर्गीय बिसाहू दास महंत के दो पुत्रों में डॉ चरणदास महंत भी राजनीति में उतने ही सफल हैं. जितने कभी बिसाहू दास महंत थे. उनकी मौत के बाद उनकी राजनीतिक विरासत को पुत्र डॉ चरणदास महंत ने आगे बढ़ाया. डॉ चरणदास महंत भी अविभाजित मध्यप्रदेश में मंत्री जैसे पदों पर रहे. केंद्र में भी सांसद रहे, वर्तमान में वह छत्तीसगढ़ के विधानसभा अध्यक्ष हैं. जबकि चरणदास महंत की पत्नी ज्योत्सना महंत कोरबा लोकसभा सीट से सांसद है.