Uncategorized

जमीन के बदले रोजगार : इस बार भूविस्थापितों ने सीएमडी ऑफिस बिलासपुर के अंदर जमीन पर बैठ कर किया विरोध प्रदर्शन,डायरेक्टर टेक्निकल ने कहा जल्द मिलेगा सभी भू विस्थापितों को रोजगार,शासकीय भूमि पे कबीजों को भी मिलेगा बसावट

कोरबा वाणी -कुसमुंडा में 283 दिनों से जमीन के बदले रोजगार की मांग को लेकर चल रहे भूविस्थापितों के आंदोलन की आंच एसईसीएल के बिलासपुर मुख्यालय तक पहुंच चुकी है। छत्तीसगढ़ किसान सभा और भूविस्थापित रोजगार एकता संघ से जुड़े भूविस्थापितों ने लंबित रोजगार की समस्याओं से बिलासपुर के अधिकारियों को अवगत कराने के लिए मिलने गए जहां एसईसीएल में तैनात सुरक्षा कर्मियों द्वारा भू विस्थापितों के प्रतिनिधि मंडल को अधिकारियों से मिलने पर रोकने से प्रतिनिधि मंडल और सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मियों के बीच काफी नोकझोंक हो गई जिसके बाद सीएमडी ऑफिस बिलासपुर मुख्यालय के अंदर सभी भूविस्थापित जमीन पर बैठ कर विरोध प्रदर्शन करते हुए जमीन के बदले रोजगार की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे। इस दौरान आधे घंटे तक सीएमडी ऑफिस में काफी तनाव की स्थिति निर्मित हो गई थी। उच्च अधिकारियों के काफी समझाइस के बाद प्रदर्शन कर रहे भूविस्थापित बैठक के लिए राजी हुए।

किसान सभा के जिला सचिव प्रशांत झा ने कहा कि जमीन के बदले रोजगार देने और लंबित रोजगार प्रकरणों के शीघ्र निपटारे की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे भूविस्थापितों का सब्र टूटता जा रहा है। आंदोलन के दबाव में एसईसीएल को “न्यूनतम दो एकड़ अधिग्रहण पर एक रोजगार” देने, के नियमों में बदलाव करते हुए एक अर्जन पर एक रोजगार देने के साथ, डबल अर्जन में रोजगार देने और नाती पोते को रोजगार देने के लिए आंदोलन के दबाव में अपना नियम को बदलना पड़ा है। भूविस्थापितों की 283 दिन पहले शुरू की गई आंदोलन में प्रमुख मांग थी कि भूमि सीमा की बाध्यता को खत्म करते हुए हर अर्जन पर एक स्थायी नौकरी दी जाए।


सीएमडी ऑफिस में विरोध प्रदर्शन के बाद लंबित रोजगार प्रकरणों पर आंदोलनकारियों की बिलासपुर प्रबंधन से वार्ता हुई। बैठक में छत्तीसगढ़ किसान सभा की ओर से प्रशांत झा, जवाहर सिंह कंवर, दीपक साहू,जय कौशिक रोजगार एकता संघ की ओर से दामोदर श्याम, रेशम यादव, रघु,दीनानाथ,चन्द्रशेखर,बसंत चौहान,मोहन कौशिक तथा प्रबंधन की ओर से डायरेक्टर टेक्निकल(पी एन्ड पी) एस.के. पाल, बिलासपुर मुख्यालय से ए के संतोषी, एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।


एसईसीएल डायरेक्टर टेक्निकल (पी एन्ड पी) एस.के.पाल ने कहा कि नियमों को शिथिल करते हुए प्रत्येक खातेदार को रोजगार देने की प्रक्रिया जल्द पूरी की जाएगी तथा डबल अर्जन में दो रोजगार दिया जायेगा। अर्जन के बाद जन्म वाले सभी भू विस्थापितों के फाइलों को भी पूर्ण करने का निर्देश डीटी ने एरिया महाप्रबंधकों को दिया रोजगार एकता संघ के दामोदर श्याम और रेशम यादव ने लंबित रोजगार प्रकरणों में वनटाईम सेटलमेंट के आधार पर रोजगार देने पर जोर दिया। बैठक में भूविस्थापितों ने एसईसीएल के अधिकारियों से कहा कि अगस्त महीने में सभी खातेदारों को रोजगार देने को लेकर उचित कार्यवाही नहीं होने पर सितम्बर माह में सभी मेगा प्रोजेक्ट कुसमुंडा, गेवरा खदान में महाबंद आंदोलन किया जायेगा।

किसान सभा के नेता दिपक साहू ने नरईबोध गांव में कई पीढ़ियों से शासकीय भूमि पे कबीजों को परिसंपत्तियों का मुआवजा देने और बसावट देने की मांग को उठाया जिसपर डायरेक्टर टेक्निकल पाल ने आश्वाशन दिया कि शासकीय भूमि पे कबीजों को भी बसावट की सुविधा दी जाएगी।
किसान सभा के अनुसार बैठक सकारात्मक रही और इसके अच्छे नतीजे निकालकर आने की संभावना है।

बिलासपुर मुख्यालय में प्रमुख रूप से अनिल बिंझवार,मोहन यादव, बेदराम,राजेश यादव, रामप्रसाद, सनत,नरेंद्र, होरीलाल,रविशंकर, घनाराम,बजरंग सोनी,सुमेन्द्र सिंह कंवर,अश्वनी,विजय, आदि के साथ बड़ी संख्या में भूविस्थापित उपस्थित थे।