कोरबा न्यूज़

दो दशकों में छत्तीसगढ़ में तीसरा विकल्प नहीं बन पायी कोई राजनैतिक दल, अब आप कर रही पुरजोर कोशिश

कोरबा(कोरबा वाणी)-दो दशकों में छत्तीसगढ़ की सियासत में कोई भी राजनीतिक दल प्रदेश में तीसरी ताकत बनकर नहीं उभर पाया है। हालांकि इस दौरान कई राजनैतिक दल जनता के तीसरा विकल्प बनने की कोशिश जरूर की। लेकिन प्रदेश में भाजपा व कांग्रेस का ही दबदबा कायम है। इन दो पार्टी के अलावा तीसरी पार्टी अपना वजूद तक नहीं बना पायी है।

2018 के चुनाव में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने तीसरा विकल्प बनने बसपा के साथ गठबंधन कर विधानसभा चुनाव लड़ी, लेकिन चुनाव होते ही गठबंधन टूट गया। आगामी 2023 में छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होना है। अब प्रदेश में आप तीसरा विकल्प बनने की कोशिशों में लग गई है और जनता के बीच पहुंच रही है। मंगलवार को आप के प्रदेशाध्यक्ष कोमल हुपेंडी कोरबा पहुंचे, उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं की बैठक ली। हाल ही में आप के चलाए गए ग्राम संपर्क अभियान की समीक्षा भी हुई। मीडिया से चर्चा के दौरान आप के प्रदेशाध्यक्ष हुपेंडी ने यह साफ कर दिया कि आगामी विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी 90 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। यहां बताना होगा कि दिल्ली के बाद पंजाब में आप की ऐतिहासिक जीत के बाद से पार्टी के कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ा है।