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जिले के गौठानों में वर्ष भर बागवानी फसल लेने के लिए गौठानवार बनेगी कार्य योजना: कलेक्टर झा,गौठानों में मुर्गी पालन, बकरी पालन सहित अन्य आजीविका गतिविधियों को दें बढ़ावा,कलेक्टर झा ने कोटमेर गौठान एवं नवापारा के काजू-चिरौंजी प्रसंस्करण केन्द्र का किया निरीक्षण

कोरबा(कोरबा वाणी)-कलेक्टर संजीव झा ने जिले के गौठानों मे वर्ष भर बागवानी फसल लेने के लिए गौठानवार बागवानी फसलों की कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये है। उन्होने कहा कि गौठान की जमीन और मौसम के अनुसार गौठानों में फसलों का चयन किया जाए। जिससे गौठानों में वर्ष भर बागवानी फसलों का उत्पादन होगा। जिससे महिला समूहों को वर्ष भर बागवानी फसलों से आमदनी होगी। उन्होने उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों को सभी गौठानों की महिलाओं से चर्चा कर फसलों की विस्तृत कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिये। कलेक्टर झा ने आज करतला ब्लॉक के कोटमेर गौठान का आकस्मिक निरीक्षण किया। साथ ही नवापारा में स्थित काजू एवं चिरौंजी प्रसंस्करण केन्द्र में पहुंचकर काजू उत्पादन का भी जायजा लिया। कलेक्टर झा ने कोटमेर गौठान पहुंचकर स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा गौठान में किये जा रहे आजीविका गतिविधियों के संबंध में जानकारी ली। कलेक्टर ने कोटमेर गौठान में वृहद स्तर पर अण्डा उत्पादन के लिए मुर्गी पालन के दो यूनिट स्थापित करने के निर्देश दिये। उन्होने मुर्गीपालन से रोजाना लगभग 400 अण्डो के उत्पादन के लिए कार्य योजना बनाने और प्रस्ताव पर जल्द ही काम शुरू करने के भी निर्देश दिये है। अण्डा उत्पादन से महिला समूहों के सदस्यों को नियमित तौर पर आर्थिक लाभ प्राप्त होगी। गौठान में कार्यरत स्वसहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि वे गौठान में वर्मी कम्पोस्ट निर्माण, मुर्गीपालन, चारा उत्पादन, सब्जी उत्पादन आदि का काम कर रही हैं। कलेक्टर झा ने कोटमेर गौठान में ड्रिप एरिगेशन सुविधा, सोलर पंप, मल्चिंग के संबंध में भी जानकारी ली। उन्होने सात एकड़ रकबे में फैले गौठान की भूमि का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करने का सुझाव देते हुए खाली जमीनों में आलू, शकरकंद, जिमीकंद, अदरक एवं हल्दी आदि की खेती करने के निर्देश दिये। साथ ही चारागाह क्षेत्र में नेपियर घास भी लगाने के निर्देश दिये। इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी नूतन कंवर, एसडीएम कोरबा हरिशंकर पैंकरा, डिप्टी कलेक्टर सीमा पात्रे, तहसीलदार करतला पंचराम सलामे सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।

कलेक्टर झा ने नवापारा बरतोरी स्थित हरियाली बहुद्देशीय प्रसंस्करण केन्द्र का भी जायजा लिया। नाबार्ड के सहयोग से एफ.पी.ओ. हरियाली कृषि उत्पाद संघ द्वारा संचालित इस इकाई में काजू, चिरौंजी, ब्लैक राइस आदि की प्रोसेसिंग की जाती है। केन्द्र के प्रभारी ने बताया कि ब्लैक राईस के स्वास्थ्यवर्धक एवं पौष्टिक होने के कारण दक्षिण के राज्यों में मांग ज्यादा है। डायबिटिज आदि के लिए फायदेमंद होने के कारण इसकी बिक्री से आमदनी में बढ़ोत्तरी की काफी संभावनाएं हैं। कलेक्टर  झा ने काजू और चिरौंजी प्रोसेसिंग की प्रक्रिया की भी प्रभारी से जानकारी ली। केन्द्र प्रभारी ने बताया कि चिरौंजी, चार बीज से प्राप्त होता है, जिसकी आसपास के क्षेत्रों में काफी उपलब्धता है। आसपास के क्षेत्रों में चार बीज उपलब्ध हो जाती है। इसकी प्रोसेसिंग करके बाजार से अच्छी कीमत प्राप्त की जाती है। कलेक्टर ने काजू प्रोसेसिंग की प्रक्रियाओं का भी अवलोकन किया। साथ ही प्रोसेसिंग के काम में अधिक से अधिक महिला समूहों को संलग्न कर आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने प्रोसेसिंग यूनिट में तिल और मूंगफली तेल की भी प्रोसेसिंग के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये।