कोरबा न्यूज़

फर्जी आदिवासी प्रमाण पत्र जारी करने के मामले में तत्कालीन एसडीएम को नोटिस जारी, 15 दिवस के अंदर जवाब प्रस्तुत करने निर्देश

कोरबा(कोरबा वाणी)-कटघोरा तहसील व एसडीएम कार्यालय से 23 लोगों का फर्जी आदिवासी जाति प्रमाण पत्र बिना किसी राजस्व प्रकरण व आवेदन के जारी करने और इसके आधार पर सैकड़ों एकड़ जमीन की गलत तरीके से खरीदी के मामले में जांच तेज हो गई है। तत्कालीन एसडीएम गजेन्द्र सिंह ठाकुर को नोटिस जारी कर इस पूरे मामले में 15 दिवस के भीतर कोरबा कलेक्टर के माध्यम से जवाब प्रस्तुत करने निर्देशित किया गया है।

गौरतलब है की जिले के दीपका क्षेत्र में संचालित एसीबी इंडिया लि. निजी कंपनी को लाभ पहुंचाने के लिए एवं कंपनी के लोगों द्वारा यहां के आदिवासियों की जमीन क्रय करने के लिए दूसरे प्रांत के लोगों को स्थानीय निवासी होना बताकर व आदिवासी बताते हुए 23 फर्जी आदिवासी जाति प्रमाण पत्र तैयार कराए गए थे. फर्जी जाति प्रमाण पत्र के जरिए स्थानीय आदिवासियों की जमीन खरीदी गई और एसीबी कंपनी ने इसका उपयोग किया। इस मामले में की गई शिकायत के बाद जांच-पड़ताल में सभी आदिवासी जाति प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए और इन्हें निलंबित कर दिया गया है।

इस मामले में राज्य सरकार ने भी जांच तेज कर दी है। छत्तीसगढ़ शासन के सामान्य प्रशासन विभाग अवर सचिव क्लेमेन्टीना लकड़ा के द्वारा जिला पंचायत राजनांदगांव के सीईओ गजेन्द्र सिंह ठाकुर जो उस समय कटघोरा के एसडीएम थे, उन्हें राजनांदगांव कलेक्टर के माध्यम से स्पष्टीकरण हेतु नोटिस जारी किया गया है। शिकायत के संबंध में कोरबा कलेक्टर के माध्यम से 15 दिवस के भीतर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने गजेन्द्र सिंह ठाकुर को निर्देशित किया गया है।

समयावधि में स्पष्टीकरण प्राप्त न होने पर माना जाएगा कि इस सबंध में उन्हें कुछ नहीं कहना है और गजेन्द्र सिंह ठाकुर के विरुद्ध एकपक्षीय आगामी कार्यवाही की जाएगी।