छत्तीसगढिया क्रान्ति सेना ने बनाया नया राजनीतिक दल, घोषणा आज 21 अक्टूबर को
- निर्वाचन आयोग से पंजीकृत दल
- पार्टी का नाम व चुनाव चिन्ह का ऐलान 21 अक्टूबर को रायपुर मे
- छत्तीसगढ मे माटीवादी राजनीति की शुरुआत
- छत्तीसगढ, छत्तीसगढी और छत्तीसगढिया के हक अधिकार व सम्मान की लडाई को अब सदन मे भी लडने की तैय्यारी
रायपुर (कोरबा वाणी)-छत्तीसगढ , छत्तीसगढी और छत्तीसगढियो के हक अधिकार व सम्मान के साथ जल , जंगल व जमीन की लडाई पिछले 10 वर्षो से लडते गैर राजनीतिक संगठन के रूप मे छत्तीसगढिया क्रान्ति सेना ने पुरे प्रदेश मे अपनी अलग पहचान व संगठन तैयार किया है । अपनी कार्यशैली , संघर्ष व दबंगता से अपनी बात कहने व मुद्दो को लेकर जिस तेवर के साथ यह संगठन आगे बढा रहा जिसके कारण पूरे छत्तीसगढ मे इसकी अलग पहचान नाम व लोकप्रिय होता गया । खासकर युवा व महिलाओ के बीच छत्तीसगढिया क्रान्ति सेना ने अपनी पैठ बना ली है ।
लम्बे समय तक गैर राजनीतिक रूप से एक समाजिक व सांस्कृतिक संगठन के रूप मे लडाईयां व संघर्ष के दौरान पूरे प्रदेश मे लगभग हजारो की संख्या मे जेल तक जाते रहे है। राष्ट्रीय राजनीतिक दलो के द्वारा लगातार छत्तीसगढ राज्य का शोषण व छत्तीसगढियो की उपेक्षा व दूसरे प्रदेश से आये लोगो को लगातार बढ़ावा देने उनके गलत कार्यो धंन्धो को संरक्षण देने व राजनीति मे स्थापित करने व छत्तीसगढियो को उपेक्षित करते रहने के कारण छत्तीसगढ मे एक मजबूत राजनीतिक विकल्प की आवश्यक महसूस की जा रही थी । छत्तीसगढिया क्रान्ति सेना ने इस दिशा मे आगे आकर एक राजनीतिक दल का निर्माण कर निर्वाचन आयोग से दल को पंजीकृत करा कर आगामी नवम्बर 2023 के विधानसभा चुनाव मे उतरे जा रही है। आवश्यक सभी औपचारिकता को पूरा कर 21 नवम्बर 2023 शनिवार को राजधानी रायपुर मे पार्टी के नाम व चुनाव चिन्ह का ऐलान करने के लिए *पगबंधी – जोहार* कार्यक्रम का आयोजन एअरपोर्ट रोड स्थित फुंडहर भाठा मे किया गया है ।
छत्तीसगढिया क्रान्ति सेना के प्रदेश सचिव चन्द्रकांत यदु ने इस कार्यक्रम मे प्रदेश के सभी बहनो-भाईयो को आमंत्रित कर शामिल होने का आग्रह किया है ।छत्तीसगढ प्रदेश मे माटीवादी राजनीति व छत्तीसगढियावादी जनप्रतिनिधी व सरकार बनाने के लिये आम छत्तीसगढीयो को आगे आना होगा । बहुत ही कम समय मे अपनी पार्टी चुनाव चिन्ह व विचारधारा को पूरे प्रदेश मे जन जन तक पहुचांने का काम करना होगा । यह एक बडी चुनौती है ।