रायपुर

14 दिन तक चलने वाले राजिम माघी पुन्नी मेला शुरू, देवालय दर्शन कर मनोवांछित फल की कामना कर रहे श्रद्धालु

रायपुर(कोरबा वाणी)-छत्तीसगढ़ के प्रयाग राज के रूप में प्रसिद्ध राजिम में माघी पुन्नी मेला की शुरूआत हो गई है। 14 दिन तक चलने वाले इस मेले में यहां प्रतिदिन संतों के द्वारा आशीष वचन भी दिए जाएंगे। पूरे मेले स्थल में कानून व्यवस्था के लिए पुलिस जवान तैनात किए गए हैं। श्रद्धालुजनों का सुबह से ही देवालय दर्शन और घाटों में स्नान का सिलसिला शुरू हो गया है। मान्यता के अनुसार माघ पुन्नी के अवसर पर पुन्नी स्नान का विशेष महत्व है, इसलिए सोढुर, पैरी और महानदी के त्रिवेणी संगम के स्नान करने बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
राजिम के मेला स्थल पर राज्य शासन द्वारा विशेष इंतजाम किए गए हैं। संगम स्थल पर बनाए गए एनीकट में पानी की व्यवस्था सहित संत निवास, आवागमन की सुविधा, पूरे मेला क्षेत्र की साफ सफाई, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि की व्यवस्था की गई। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष बसों का संचालन भी किया जा रहा है। मेला स्थल पर व्यवस्थित रूप से दुकानों के लिए स्थल आबंटित किए गए हैं। मेला स्थल पर पेयजल, शौचालय और पार्किंग की भी व्यवस्था की गई है। मुख्य मंदिर के पास भव्य और आकर्षक मंच बनाया गया है, जहां स्थानीय लोककलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। मंदिर परिसर सहित पूरे मेला क्षेत्र की आकर्षक सजावट की गई है।


लक्ष्मण झूला में लेजर शो, आकर्षक लाइटिंग मेले के आकर्षण का केन्द्र
लक्ष्मण झूला में लेजर शो और आकर्षक लाइटिंग इस मेले का खास आकर्षण होगा। माघी पुन्नी मेले के दौरान मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत 100 जोड़ों की शादियां होंगी। माघी पुन्नी मेले में छत्तीसगढ़ी कला और संस्कृति के प्रोत्साहन में स्थानीय एवं राज्य के लोक कलाकारों की रंगारंग प्रस्तुतियां होंगी। आगंतुकों को छत्तीसगढ़ के व्यंजनों का स्वाद मिलेगा, जिसके लिए यहां पर फूड जोन में स्टॉल की व्यवस्था की गई है। बिहान महिला समूह की महिलाएं समूह के विभिन्न प्रकार के उत्पादों का विक्रय करेंगी, जिसे सरस मेला नाम दिया गया है। माघी मेले के सुव्यवस्थित संचालन के लिए पार्किंग व्यवस्था, कंट्रोल रूम सहित मीडिया सेंटर की भी व्यवस्था की गई है। आगंतुकों की सुरक्षा के मद्देनजर मेला परिसर की 120 सीसीटीवी से निगरानी की व्यवस्था की गई है।