जिनके घर शीशे के होते है वो दुसरो के घरों में पत्थर नही मारते है- अजय विश्वकर्मा
कोरबा वाणी -राजस्व मंत्री जय सिंह के जिला कलेक्टर पर राजनीतिक हमले के बाद भाजपा जिला अध्यक्ष ने प्रेस में बयान दर्ज कराया था, कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष के द्वारा भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष राजीव सिंह के प्रेस में बयान के बाद आरोप लगाया कि जरूर कलेक्टर से कोई लाभ मिल रहा है तभी वो उनका पक्ष ले रहे है । इस बयान के बाद कोरबा की राजनीति में बवाल आ गया है अब गलत को गलत भी नही कहना है और कोई कह रहा है तो वह कोई लाभार्थी ही होगा, राजस्वमंत्री के कलेक्टर के खिलाफ बयान को अब कांग्रेस के विधायक मोहित राम केरकेट्टा तक ने गलत बताया व ननकी राम कंवर ने भी आरोप लगाया कि मंत्री जी खुद भ्रष्टाचार में लिप्त है । अब बात निकली है तो दूर तक जाएगी पर सत्ता का असली दुरुपयोग कौन कर रहा है उसका खुलासा केवल एक ही मुद्दे से हो जाएगा कि सी एस ई बी चौक से दर्री डेम तक बनने वाली सड़क , सर्वमंगला मंदिर के सामने बनने वाली सड़को का ठेका किस कम्पनी को मिला और उनका निर्माण कार्य कौन कर रहा है और किसके दबाव में यह काम मूल ठेकेदार से छिन लिया गया , कोरबा नगर निगम के अंतर्गत विगत 6 माह के अंदर बनाई गई सभी सड़के व किया गया डामरीकरण पूरी तरह से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है कोई भी सड़क ऐसी नही बची जिसमे पेंच नही लगाया गया और तो और कलेक्टर कार्यालय के सामने की सड़क को तो दुबारा पूरा बनाया गया , सत्ता के कौन करीबी लोग है जो सड़को का घटिया निर्माण कर रहे है और जिले की हर सड़क का यही हाल है और ऐसा नही है कि कोरबा जिले की सड़के बनी नही सडके बनी पर सारी की सारी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई और यदि इस आधार पर कोरबा कलेक्टर के द्वारा सड़को की गुणवत्ता के लिये कोई आपत्ति दर्ज करता है तो इसमें क्या गलत किया है
इसके बाद कोरबा राजस्व विभाग, नगर निगम,स्वास्थ विभाग और बिजली विभाग के कारनामो को बताते यह अखबार का पेज भी छोटा पड़ जायेगा, जिनके घर शीशे के बने होते है वो दुसरो के घरों में पत्थर नही मारा करते यह बात कांग्रेस को समझना चाहिए और कोरबा के संसाधनों पर पहला हक हमारा है इस विचार धारा से बाहर निकलना चाहिये